ईशान किशन-श्रेयस की काबिलियत पर शक नहीं, फिर क्यों छिना कॉन्ट्रैक्ट, क्या बीच में होगी वापसी, समझें पूरी बात

नई दिल्ली. श्रेयस अय्यर और ईशान किशन के पास अब बीसीसीआई का कॉन्ट्रैक्ट (BCCI annual Contract) नहीं है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने 2023-24 के लिए कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट बनाते हुए इन दोनों खिलाड़ियों के नाम पर विचार तक नहीं किया. श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) वनडे में 50 से अधिक की औसत से रन बनाते हैं तो ईशान किशन (Ishan Kishan) दोहरा शतक ठोक चुके हैं. किसी को इनकी काबिलियत पर शक नहीं है. तो फिर बात कहां बिगड़ी. आखिर जिन खिलाड़ियों को भारत का भविष्य कहा जा रहा था, वे बीसीसीआई के लिए ‘अछूत’ से क्यों हो गए. आइए जानने की कोशिश करते हैं कि बीसीसीआई ने श्रेयस अय्यर और ईशान किशन का कॉन्ट्रैक्ट क्यों छीन लिया. क्या इन दोनों की सेशन के दौरान ही कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में वापसी हो सकती है. अगर हां, तो कैसे. अगर नहीं तो क्यों?

बीसीसीआई ने 2023-24 के लिए नए कॉन्ट्रैक्ट (Annual Contract) का ऐलान बुधवार को किया. बोर्ड ने इस बार 30 खिलाड़ियों को कॉन्ट्रैक्ट दिया है. यह पिछले सीजन की लिस्ट से 4 ज्यादा है. इसके बावजूद श्रेयस अय्यर और ईशान किशन (Ishan Kishan) का नाम लिस्ट से गायब होना चौंका गया. क्रिकेटफैंस इसकी वजह तलाशने लगे तो इरफान पठान जैसे बेबाक दिग्गजों ने बीसीसीआई के इस फैसले पर सवाल भी उठा दिए.

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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने नए कॉन्ट्रैक्ट की सूचना सोशल मीडिया और प्रेस रिलीज के जरिए दी. इसमें कहा गया है कि एनुअल कॉन्ट्रैक्ट के लिए श्रेयस अय्यर और ईशन किशन के नाम पर विचार ही नहीं किया गया. इसका कोई कारण भी नहीं बताया गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बोर्ड ने श्रेयस और ईशान को अनुशासनहीनता का दोषी मान लिया है.

ईशान और श्रेयस से कहां हुई गलती
ईशान किशन पिछले साल दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका दौरे से निजी कारणों का हवाला देकर स्वदेश लौट आए थे. इसके बाद से वे क्रिकेट मैदान से बाहर चल रहे हैं. इसी तरह श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) भारत-इंग्लैंड दूसरे टेस्ट मैच के बाद टीम इंडिया से बाहर हो गए. नेशनल टीम से बाहर होने के बाद श्रेयस से उम्मीद की जा रही थी कि वे रणजी ट्रॉफी के मुकाबले खेलेंगे. लेकिन उन्होंने दर्द का हवाला देकर मैच से दूरी बना ली. उधर, नेशनल क्रिकेट एकेडमी ने बोर्ड को बताया कि श्रेयस दूसरे टेस्ट के बाद फिट थे और उसके बाद से उन्होंने किसी नए चोट की शिकायत नहीं की है. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक बीसीसीआई ने ईशान किशन और श्रेयस अय्यर का घरेलू क्रिकेट से दूरी बनाना अखर गया. यह भी कहा जा रहा है कि बोर्ड ने ईशान किशन, दीपक चाहर, श्रेयस अय्यर जैसे उन खिलाड़ियों से घरेलू क्रिकेट खेलने को कहा था, जो फिट हैं और भारतीय टीम से बाहर हैं.

क्या सेशन के बीच में मिल सकता है कॉन्ट्रैक्ट
बीसीसीआई ने जो कॉन्ट्रैक्ट जारी किया है वह 31 अक्टूबर 2023 से 30 सितंबर 2024 तक के लिए है. अब सवाल उठता है कि क्या ईशान किशन या श्रेयस अय्यर की 30 सितंबर 2024 से पहले कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में शामिल हो सकते हैं. इसका तकनीकी जवाब तो हां है. लेकिन इसकी संभावना नजर नहीं आती. दरअसल, बोर्ड के नियम के मुताबिक अगर कोई खिलाड़ी कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में शामिल नहीं है और इसके बावजूद अगर वह भारतीय टीम के लिए कुछ मैच (3 टेस्ट या 8 वनडे या 10 टी20) खेल ले तो खुद-ब-खुद इस लिस्ट में शामिल हो जाता है. हालांकि, ऐसा होने पर उसे टॉप टियर नहीं, ग्रेड सी में जगह मिलती है, जिसके तहत बोर्ड खिलाड़ियों को हर साल एक करोड़ रुपए देता है.

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कड़ा मैसेज देना चाहता है भारतीय बोर्ड
श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को सेशन के बीच में कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में शामिल होने संबंधी नियम का फायदा मिलने की उम्मीद ना के बराबर है. इसकी पहली वजह यह है कि एक तो भारतीय टीम को सितंबर तक ज्यादा मुकाबले नहीं खेलने हैं सिवाय टी20 वर्ल्ड कप के. दूसरी वजह यह है कि भारत के पास मजबूत बेंच स्ट्रेंथ है, जिस कारण श्रेयस अय्यर और ईशान किशन की कमी खलने की संभावना कम है. तीसरी वजह यह है कि बोर्ड श्रेयस अय्यर और ईशान किशन से कॉन्ट्रैक्ट छीनकर ना सिर्फ इन दोनों को, बल्कि अन्य खिलाड़ियों को भी कड़ा संदेश देना चाहता है.

Tags: BCCI, Ishan kishan, Shreyas iyer, Team india

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